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क्या बांझपन आम होता जा रहा है ?
क्या यह केवल एक धारणा है, या बांझपन के मामले सच में बढ़ रहे हैं?

हाँ, यह कहना सही होगा कि बांझपन (Infertility) की समस्या वैश्विक स्तर पर आम होती जा रही है और यह पहले से कहीं अधिक ध्यान का केंद्र बन गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, दुनिया भर में प्रजनन आयु वर्ग की लगभग 17.5% वयस्क आबादी यानी मोटे तौर पर हर 6 में से 1 व्यक्ति अपने जीवनकाल में किसी न किसी रूप में बांझपन का अनुभव करता है।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि यह एक महत्वपूर्ण और व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है।
क्या बांझपन की दरें वास्तव में बढ़ी हैं या हम अब इसे बेहतर पहचान रहे हैं ?
- तथ्य क्या कहते हैं? कई अध्ययनों से पता चलता है कि बांझपन के मामलों की संख्या (Prevalence cases) वास्तव में बढ़ी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 1990 से 2021 के बीच महिला बांझपन के मामलों में 84% की वृद्धि दर्ज की गई है।
- जागरूकता का प्रभाव: हालाँकि, यह भी सच है कि बेहतर निदान तकनीकों (diagnostic techniques) और बढ़ती जागरूकता के कारण लोग पहले की तुलना में प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए जल्दी और अधिक बार चिकित्सकीय सहायता ले रहे हैं, जिससे रिकॉर्ड में दर्ज मामलों की संख्या भी बढ़ रही है।
इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण क्या हैं?
यह वृद्धि किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई सामाजिक, जीवनशैली और पर्यावरणीय कारकों का परिणाम है:
- देरी से मातृत्व/पितृत्व (Delayed Parenthood) सबसे बड़ा कारक क्यों है?
- आजकल करियर, आर्थिक स्थिरता और उच्च शिक्षा के कारण कपल्स देर से बच्चे पैदा करने का फैसला कर रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि 35 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं की प्रजनन क्षमता में तेजी से गिरावट आती है? (एक रिपोर्ट के अनुसार 35-39 आयु वर्ग की महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित होती हैं)।
- आधुनिक जीवनशैली कैसे प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर रही है?
- तनाव और मोटापा: अत्यधिक तनाव और मोटापे (Obesity) के बढ़ते मामले हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance), पीसीओएस (PCOS) और शुक्राणु की गुणवत्ता (Sperm Quality) को कैसे खराब कर रहे हैं?
- अन्य आदतें: क्या आपको पता है कि धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन और खराब खानपान बांझपन के जोखिम को कई गुना बढ़ा सकते हैं?
- क्या पर्यावरण एक अपराधी है?
- प्लास्टिक, कीटनाशकों और प्रदूषण से निकलने वाले एंडोक्राइन डिसरप्टर्स शरीर के हार्मोनल सिस्टम में कैसे हस्तक्षेप कर रहे हैं!
बांझपन से जुड़े सामाजिक और आर्थिक मुद्दे क्या हैं? (भारत के संदर्भ में)
- क्या यह एक बड़ा सामाजिक मुद्दा है?
- बांझपन से जूझ रहे कपल्स को अक्सर सामाजिक कलंक (Social Stigma), मानसिक तनाव (Mental Stress) और रिश्तों में तनाव का सामना क्यों करना पड़ता है !
- उपचार की लागत का क्या?
- आईवीएफ (IVF) और आईयूआई (IUI) जैसे सहायक प्रजनन उपचार (ART) अक्सर बहुत महंगे होते हैं। क्या उच्च लागत, विशेषकर निम्न और मध्यम आय वर्ग के लिए, उपचार तक पहुंचने में एक बड़ी बाधा बन रही है !
बांझपन की समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है?
- क्या स्वस्थ जीवनशैली अपनाना ही काफी है?
- प्रजनन क्षमता को बनाए रखने के लिए वजन नियंत्रण, नियमित व्यायाम और संतुलित आहार कितना महत्वपूर्ण है?
- चिकित्सा सहायता कब लेनी चाहिए?
- यदि 12 महीने (या 35 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए 6 महीने) के नियमित, असुरक्षित यौन संबंध के बावजूद गर्भधारण न हो, तो प्रजनन विशेषज्ञ से सलाह लेना क्यों आवश्यक है?