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क्या अधिक वजन या कम वजन होने से बांझपन के लक्षण कारण हो सकते हैं?

Weight and Infertility: Understanding the Link

हाँ, अधिक वजन या कम वजन दोनों ही बांझपन के लक्षण उत्पन्न कर सकते हैं। शरीर का वजन प्रजनन क्षमता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।

अधिक वजन और बांझपन?

मोटापा या अधिक वजन होना महिलाओं और पुरुषों दोनों में बांझपन का एक प्रमुख कारण बन सकता है।

  • महिलाओं में:
    • हार्मोनल असंतुलन: शरीर में अतिरिक्त वसा एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकती है, जिससे ओव्यूलेशन (अंडाशय से अंडे का निकलना) अनियमित या अनुपस्थित हो सकता है। यह पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) का एक आम लक्षण है, जो महिलाओं में बांझपन का एक मुख्य कारण है।
    • मासिक धर्म की अनियमितता: अधिक वजन वाली महिलाओं में अक्सर अनियमित मासिक धर्म चक्र होता है, जिससे यह अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है कि ओव्यूलेशन कब होगा, और गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है।
    • इंसुलिन प्रतिरोध: मोटापा अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध से जुड़ा होता है, जो आगे चलकर हार्मोनल असंतुलन और ओव्यूलेशन की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
    • गर्भावस्था की जटिलताएं: यदि अधिक वजन वाली महिला गर्भवती हो भी जाती है, तो उसे गर्भपात, गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes) और उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं का खतरा अधिक होता है।
  • पुरुषों में:
    • स्पर्म की गुणवत्ता में कमी: अधिक वजन वाले पुरुषों में स्पर्म की संख्या, गतिशीलता और आकार में कमी देखी जा सकती है।
    • हार्मोनल असंतुलन: शरीर में अतिरिक्त वसा टेस्टोस्टेरोन जैसे पुरुष हार्मोन के स्तर को कम कर सकती है, जिससे यौन इच्छा और शुक्राणु उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
    • स्तंभन दोष: मोटापा स्तंभन दोष (erectile dysfunction) के जोखिम को भी बढ़ा सकता है, जो स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने की क्षमता को प्रभावित करता है।

कम वजन और बांझपन?

कम वजन होना भी प्रजनन क्षमता के लिए हानिकारक हो सकता है।

  • महिलाओं में:
    • हार्मोनल असंतुलन: शरीर में अपर्याप्त वसा (विशेषकर शरीर में वसा का प्रतिशत बहुत कम होना) हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकता है जो ओव्यूलेशन के लिए आवश्यक हैं।
    • एमेनोरिया (Amenorrhea): बहुत कम वजन वाली महिलाओं में अक्सर एमेनोरिया (मासिक धर्म का अनुपस्थित होना) होता है, जिसका अर्थ है कि वे ओव्यूलेट नहीं कर रही हैं और इसलिए स्वाभाविक रूप से गर्भवती नहीं हो सकती हैं।
    • पोषण की कमी: कम वजन अक्सर पोषण की कमी का संकेत होता है, जो समग्र प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
  • पुरुषों में:
    • स्पर्म की गुणवत्ता में कमी: अत्यधिक कम वजन वाले पुरुषों में भी स्पर्म की गुणवत्ता और संख्या प्रभावित हो सकती है।
    • पोषक तत्वों की कमी: आवश्यक पोषक तत्वों की कमी शुक्राणु उत्पादन और हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकती है।

निष्कर्ष:

संक्षेप में, शरीर का स्वस्थ वजन बनाए रखना पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन क्षमता के लिए महत्वपूर्ण है। अत्यधिक अधिक वजन या अत्यधिक कम वजन हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है, ओव्यूलेशन या शुक्राणु उत्पादन को प्रभावित कर सकता है, और अंततः बांझपन के लक्षण पैदा कर सकता है। यदि आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे हैं और आपको लगता है कि आपका वजन एक समस्या हो सकती है, तो डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपको स्वस्थ वजन प्राप्त करने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने के लिए एक व्यक्तिगत योजना बनाने में मदद कर सकते हैं।

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