
बांझपन केवल मासिक धर्म की अनियमितताओं या पीसीओडी तक ही सीमित नहीं है; इसके कई अन्य शारीरिक लक्षण भी हो सकते हैं, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में दिखाई दे सकते हैं। इन लक्षणों को पहचानना सही समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है।
महिलाओं में बांझपन के अन्य शारीरिक लक्षण क्या है?
- एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण:
- मासिक धर्म के दौरान गंभीर दर्द (डिस्मेनोरिया): यह सामान्य मासिक धर्म ऐंठन से कहीं अधिक गंभीर हो सकता है और आपकी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकता है।
- संभोग के दौरान दर्द (डिस्पेरुनिया): एंडोमेट्रियोसिस के कारण गर्भाशय के बाहर ऊतक बढ़ने से संभोग दर्दनाक हो सकता है।
- मल त्याग या पेशाब करते समय दर्द: यह लक्षण तब दिखाई दे सकता है जब एंडोमेट्रियल ऊतक आंतों या मूत्राशय के पास बढ़ गया हो।
- मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव (इंटरमेन्स्ट्रुअल ब्लीडिंग): असामान्य या स्पॉटिंग की समस्या।
- पेट में पुराना दर्द: मासिक धर्म चक्र से असंबंधित लगातार पैल्विक दर्द।
- फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के लक्षण:
- फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के अक्सर कोई स्पष्ट बाहरी लक्षण नहीं होते हैं जब तक कि कोई अंतर्निहित कारण न हो, जैसे कि पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID)।
- पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) के लक्षण: निम्न पेट में दर्द, बुखार, असामान्य योनि स्राव, संभोग के दौरान दर्द। पीआईडी अक्सर यौन संचारित संक्रमणों (एसटीडी) के कारण होता है और फैलोपियन ट्यूब को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
- गर्भाशय संबंधी समस्याएं:
- गर्भाशय फाइब्रॉइड्स या पॉलीप्स: इनके कारण भारी या लंबा मासिक धर्म, मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव, पैल्विक दबाव या दर्द हो सकता है। फाइब्रॉइड्स गर्भाशय की संरचना को बदल सकते हैं जिससे भ्रूण का आरोपण मुश्किल हो जाता है।
- गर्भाशय की संरचनात्मक असामान्यताएं: कुछ महिलाएं जन्म से ही गर्भाशय की असामान्यताओं के साथ पैदा होती हैं, जिनके लक्षण बार-बार गर्भपात के रूप में सामने आ सकते हैं।
- थायराइड की समस्याएँ:
- थायराइड हार्मोन का असंतुलन (हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म) ओव्यूलेशन को प्रभावित कर सकता है।
- हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण: थकान, वजन बढ़ना, ठंड के प्रति संवेदनशीलता, शुष्क त्वचा, कब्ज, अनियमित या भारी मासिक धर्म।
- हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण: वजन घटना, तेज़ दिल की धड़कन, गर्मी के प्रति असहिष्णुता, घबराहट, बहुत हल्के या अनियमित मासिक धर्म।
- समय से पहले रजोनिवृत्ति (Premature Ovarian Failure – POF):
- 40 वर्ष की आयु से पहले मासिक धर्म का बंद हो जाना।
- हॉट फ्लैशेज, रात को पसीना, योनि का सूखापन, नींद की समस्याएँ।
पुरुषों में बांझपन के शारीरिक लक्षण क्या है?
- वीर्य संबंधी समस्याएं:
- स्खलन में समस्याएँ: स्खलन में कठिनाई, बहुत कम वीर्य निकलना, या दर्दनाक स्खलन।
- वीर्य की मात्रा, रंग या गंध में परिवर्तन: असामान्य वीर्य (जैसे बहुत पतला, बदबूदार)।
- वृषण (Testicle) क्षेत्र में असामान्यताएं:
- वृषण में दर्द, सूजन या गांठ: यह संक्रमण, चोट या वैरीकोसेल (वृषण में बढ़ी हुई नसें) का संकेत हो सकता है, जो शुक्राणु उत्पादन और गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
- छोटे या नरम वृषण: यह खराब शुक्राणु उत्पादन का संकेत हो सकता है।
- हार्मोनल असंतुलन:
- यौन इच्छा में कमी (कम लिबिडो): यह कम टेस्टोस्टेरोन स्तर का संकेत हो सकता है।
- स्तनों का बढ़ना (गाइनेकोमास्टिया): हार्मोनल असंतुलन का एक और संकेत।
- शरीर और चेहरे के बालों में कमी: पुरुष हार्मोन की कमी का संकेत।
- स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction): नियमित रूप से इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई। यह अक्सर हार्मोनल असंतुलन, तंत्रिका क्षति, या रक्त प्रवाह की समस्याओं से जुड़ा होता है।
- बार-बार श्वसन संक्रमण: कुछ आनुवंशिक स्थितियाँ, जैसे सिस्टिक फाइब्रोसिस, जो श्वसन प्रणाली को प्रभावित करती हैं, पुरुषों में बांझपन का कारण भी बन सकती हैं (जैसे शुक्रवाहक नलिकाओं की अनुपस्थिति)।
यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव करते हैं और गर्भधारण करने में कठिनाई हो रही है, तो जल्द से जल्द किसी प्रजनन विशेषज्ञ या एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।